गुड्डू,मैं ही हूँ सल्लू,चल हो जाये गुल्ली डंडा फिर से। गुड्डू,मैं ही हूँ सल्लू,चल हो जाये गुल्ली डंडा फिर से।
सुबह शाम एक ही काम रहता है तुम्हारा, कभी गुल्ली डंडे तो कभी क्रिकेट! सुबह शाम एक ही काम रहता है तुम्हारा, कभी गुल्ली डंडे तो कभी क्रिकेट!
मैं बोझिल मन से गाँव से विदा हो गया। मैं बोझिल मन से गाँव से विदा हो गया।
कोरोना कातिल घूम रहा है बाहर,और बहा रहा हैं उल्टी गंगा। कोरोना कातिल घूम रहा है बाहर,और बहा रहा हैं उल्टी गंगा।
अरे औरत जात पाँव की जूती होत है, और जूती पाँव में ही जंचत है, खोपड़ी पर नाय। अरे औरत जात पाँव की जूती होत है, और जूती पाँव में ही जंचत है, खोपड़ी पर नाय।
तुम लोग राशन - पानी के बहाने बाहर निकलने का बहाना ढूँढते हो तुम लोग राशन - पानी के बहाने बाहर निकलने का बहाना ढूँढते हो